Hindi Love Shayari
पल पल से बनता है एहसास
एहसास से बनता है विश्वास
विश्वास से बनते हैं कुछ रिश्ते
और उन रिश्तों से बनता है कोई खास।
हम ने मोहब्बत के नशे में आ कर,
उसे खुदा बना डाला;
होश तब आया जब उस ने कहा,
कि खुदा किसी एक का नहीं होता।
महफ़िल तो रोज सजती है,
उन पुराने ज़ख्मो की,पर क्या करे जनाब,
लफ्ज़ नही निकलते… आंसू निलकते है,
जनाजा मेरा उठ रहा था;
फिर भी तकलीफ थी उसे आने में;
बेवफा घर में बैठी पूछ रही थी;
और कितनी देर है दफनाने में!
तेरी पहचान ही न खो जाये कहीं….
इतने चहरे न बदल थोड़ी सी शोहरत के लिए….
वो बार बार पूछती है कि क्या है मौहब्बत
अब क्या बताऊं उसे कि उसका बार बार पुछना और मेरा बता न पाना ही है मौहब्बत।
चाहते तो हम भी तुम्हे बहुत है,
लेकिन बताने से डरते है,
हर पल तेरे ही खयालो म खोये रहते है,
तुम मानो या ना मानो,
कसम से हम तुम्हे सच्चा वाला प्यार करते है।
भरी महफ़िल में कर रहे थे वो ज़िक्र अपनी वफ़ा का..
नज़र मुझ पर क्या पड़ी कमबख्त ने बात ही पलट दी.
बचपन मे अन्धेरे से डर लगता था,
आज उसही अन्धेरे में सुकून मिलता है।
जुबां कह न पाई मगर,आँखे बोलती ही रही..
कि मुझे सांसो से पहले जिदंगी तेरी जरूरत है.
ये ख्वाहीशो के काफीले भी कमाल होते है…
कम्बख्त गुझरते वही से है जहा रास्ते नही होते..