Posted in Good Morning Shayari, Hindi Suvichar Hindi Suvichar Posted by Gujarati Shayari Posted on July 18, 2018 Leave a Comment on Hindi Suvichar Hindi Suvichar तेरे गिरने में तेरी हार नहीं यु इंसान है अवतार नहीं तू गिर उठ चल दोद फिर भाग क्युकी जीवन सक्सिप्त है इसका कोई सार नहीं शिक्षक और सड़क दोनों एक जैसे होते हैं , खुद जहा है वही पर जिस धागे की गांठें खुल सकती हैं उस धागे पर कैंची नहीं सबको गिला है, बहुत कम मिला है, जरा सोचिए… जितना आपको मिला है, उतना कितनों को मिला है Author: Gujarati Shayari